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PM Mudra Yojana: क्या ₹4500 देने पर सरकार दे रही है 10 लाख का लोन?

PM Mudra Yojana

वर्ष 2015 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख रुपये तक का लोन मिल जाता है। यह लोन विभिन्न बैंकों और संस्थाओं द्वारा प्रदान किया जाता है।

Mudra Yojana के तहत मुद्रा ऋण के रूप में वर्गीकृत किया गया है, यह लोन कमर्शियल बैंक, माइक्रो फाइनेंस बैंकों, आरआरबी, कॉपरेटिव बैंकों, एमएफआई और एनबीएफसी के द्वारा लोन दिए जाते हैं।

तो क्या केंद्र सरकार लोन लेने वाले व्यक्ति से ₹4500 रुपए लेकर 1000000 रुपए तक लोन दे रही है?

आइए जानते हैं पीएम मुद्रा योजना से जुड़ी सारी बातें।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

अब तक गवर्नमेंट द्वारा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत 34.42 करोड़ लोगों को 18.60 लाख करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया है।

यह आंकड़ा जब से इस योजना की शुरुआत किया गया था उस वक्त से लेकर अब तक पिछले 7 सालों का है, इसकी जानकारी वित्त मंत्रालय द्वारा दी गई है।

आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा 8 अप्रैल 2015 को पीएम मुद्रा योजना की शुरुआत की गई थी, इस योजना के तहत देश के लोगों को छोटा कारोबार शुरू करने के लिए एक आर्थिक सहायता दी जाती है।

सरकार की मंशा यह है कि पीएम मुद्रा योजना के तहत देश के लोगों को लोन देकर उन्हें छोटे कारोबार शुरू करवाया जाए, इसलिए सरकार 10 लाख रुपए तक इस योजना के तहत लोन प्रदान करती है।

पीएम मुद्रा योजना के तहत लोग ₹50000 से लेकर ₹1000000 तक का लोन लेकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं, और रोजगार के अवसर पैदा कर सकते हैं।

जमीनी स्तर पर रोजगार की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं लाती है, उन्हीं योजनाओं में से एक पीएम मुद्रा योजना भी है।

अब तक देखा जाए तो इस योजना के तहत 68 परसेंट महिलाएं और 22 परसेंट अकाउंट उद्यमियों के लिए खोला गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं रोजगार से जुड़ सकें।

सरकार के मुताबिक प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत अब तक जितनी कर्ज जारी किए गए हैं, उनमें 51 परसेंट SC/ST/OBC कैटेगरी के लोगों को दिए गए हैं।

पीएम मुद्रा योजना के तहत लोन कहां से मिलता है?

योजना के अंतर्गत सरकार की तरफ से बिना किसी गारंटी के ₹50000 रुपए से लेकर ₹1000000 रुपए तक का लोन प्रदान किया जाता है।

इस योजना के तहत लोन लेने के लिए सरकारी और प्राइवेट बैंकों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, और स्मॉल फाइनेंस बैंक, non-financial कंपनी, माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूट से संपर्क करके अप्लाई कर सकते हैं।

जो कोई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन लेना चाहता है, वह बताए गए बैंकों और संस्थाओं में से किसी भी बैंक और संस्था से संपर्क करके लोन ले सकते हैं। 

सरकार द्वारा मुद्रा योजना के तहत स्मॉल बिजनेस स्टार्ट करने के लिए, बिना किसी गारंटी के 1000000 रुपए तक लोन देने का निर्देश दिया गया है।

सरकार द्वारा योजना के तहत लोन किस लिए दिया जाता है ताकि कामकाज शुरू कर इनकम बढ़ाया जा सके, और देश के नागरिकों के लिए भी रोजगार का अवसर तैयार किया जा सके।

बता दें कि ट्रेडिंग, सर्विस सेक्टर और फार्मिंग से जुड़े कारोबार के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिया जाता है, ताकि देश के हर नागरिक देश के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके।

इसलिए छोटे और मझोले वर्ग के कारोबार करने वाले लोगों को बिना किसी देरी और इंतजार के पीएम मुद्रा योजना के तहत ₹50000 से लेकर ₹100000 तक लोन लेकर व्यवसाय शुरू करना चाहिए।

पीएम मुद्रा योजना के तहत 3 तरह के लोन सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं, आइए जानते हैं इन तीनों कैटेगरी के तहत कितनी राशि मिलती है।

  1. शिशु लोन- इसके तहत 50 हजार रुपए का लोन मिलता है।
  2. किशोर लोन- इसके तहत 50 हजार रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक लोन मिलता है।
  3. तरुण लोन- इसके तहत ₹10 लाख रुपए तक का लोन मिलता है।

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को ध्यान में रखकर सरकार ने E Shram Card योजना की शुरुआत की है जिसकी विस्तृत जानकारी यही मिलेगी।

क्या ₹4500 देने पर सरकार दे रही है 10 लाख का लोन?

इन दिनों सोशल मीडिया पर 1 लेटर बहुत तेजी के साथ वायरल हो रही है, लेटर में दावा यह किया जा रहा है कि सरकार पीएम मुद्रा योजना के तहत लोन लेने वालों से 4500 रुपए वेरिफिकेशन और प्रोसेसिंग फीस ले रही है।

तो सबसे बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि इस वायरल लेटर की हकीकत क्या है और इस मामले में प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो ने फैक्ट चेक करके क्या सच्चाई बताई है।

तो इस मामले में पीआईबी ने (PIB Fact Check) फैक्ट चेक करके इस वायरल लेटर पैड की सच्चाई बताई है. पीआईबी ने कहा है कि वायरल हो रहा लेटर पूरी तरह से फर्जी है।

उन्होंने कहा कि इस लेटर पैड में जो दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ₹4500 रुपए लेकर ₹1000000 तक का लोन दे रही है, इसकी कोई हकीकत नहीं है, यानी यह दावा झूठा है।

वायरल लेटर पैड में कहा गया है कि सरकार ₹4500 रुपए प्रोसेसिंग फीस और वेरिफिकेशन शुल्क के तौर पर ले रही है, इसके बाद ही आपका 10 लाख रुपए का लोन अप्रूवल होगा।

पीआईबी ने फैक्ट चेक में पाया कि यह लेटर पूरी तरह से फर्जी है, क्योंकि वित्त मंत्रालय ने इस तरह के किसी भी लेटर को जारी नहीं किया है।

क्योंकि पीएम मुद्रा लोन लेने के लिए सरकार किसी भी तरह की अतिरिक्त शुल्क नहीं ले रही है, सरकार मुद्रा लोन के लिए किसी से कोई प्रोसेसिंग फीस और वेरिफिकेशन शुल्क चार्ज नहीं करती है।

पीआईबी में फैक्ट चेक करके ट्विटर के माध्यम से यह जानकारी दी है, इसलिए लोगों को इस तरह के वायरल लेटर पैड पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है।

फैक्ट चेक में अप्रूवल लेटर को पीआईबी ने फर्जी पाया है, वित्त मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई भी लेटर जारी नहीं किया गया है, ऐसे में लेटर में किया गया दावा बिल्कुल फर्जी है।

निष्कर्ष: 

हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पीएम मुद्रा योजना के बारे में पूरी जानकारी दी है. हमने आपको बताया कि पीएम मुद्रा योजना क्या है और कहां से लोन मिलता है।

हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल लेटर पैड पर जो दावा किया गया है वह बिल्कुल फर्जी है, यानी सरकार ₹4500 रुपए के तौर पर कोई शुल्क नहीं ले रही है।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा, आप अपने दोस्तों के साथ इस आर्टिकल को शेयर करें, ताकि वह भी यह सारी बातों से अवगत हो सके।

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