Kanya Sumangala: योजना में बड़ा बदलाव डाकघर एवं ग्रामीण बैंक मान्य

Kanya Sumangala Yojana: नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारे इस लेख में, आज के हमारे एक और शानदार आर्टिकल में आप सभी लोगों का हम तहे दिल से स्वागत करते हैं. आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आप सभी लोगों के साथ कन्या सुमंगला योजना पर चर्चा करने वाले हैं.

अगर आपके घर में भी कोई ऐसी लड़की मौजूद है ,जो इस योजना से जुड़ने हेतु इच्छा रखती है. तो उसके लिए यह बहुत ही ज्यादा जरूरी है, कि इस योजना से संबंधित हर एक जानकारी को प्राप्त कर लिया जाए. तो चलिए आज के इस आर्टिकल को शुरू करते हैं, और हम जानने का प्रयास करेंगे कि कन्या सुमंगला योजना से जुड़ने हेतु कौन-कौन सी पात्रता तथा इंपॉर्टेंट डॉक्यूमेंट निर्धारित किए गए हैं.

कन्या सुमंगला योजना

बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ की मुहिम रफ्तार पकड़ रही है. अब तक कुल 16701 बेटी को इसका लाभ प्रदान किया जा चुका है. जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने इस बात की जानकारी उपलब्ध कराई है ,कि योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया को और भी ज्यादा सरल करने के साथ-साथ जांच प्रक्रिया में भी बदलाव लाया जाने वाला है। 

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में परिवर्तन किया जा चुका है. फिलहाल तो इस योजना में अभी तक लाभ प्राप्त करने के वास्ते लाभार्थियों का खाता राष्ट्रीयकृत बैंकों में होना ही अनिवार्य निर्धारित था. लेकिन अब ग्रामीण बैंक या फिर डाकघर में संचालित खाते को भी मान्यता प्राप्त होगी. इससे पूर्व योजना के अंतर्गत आवेदन करने के वास्ते ₹10 का शपथ पत्र देने की आवश्यकता होती थी. किंतु अब हस्ताक्षरित घोषणापत्र ही मान्य रहेगा. 

Kanya Sumangala Yojana

आपको बता दें कि अमेठी के जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने इस योजना से संबंधित जानकारियों को प्रदान करते हुए कहा है, कि इस योजना के अंतर्गत जिले में अक्टूबर 2019 से लेकर के अब तक 16701 बेटियों को लाभान्वित किया जा चुका है .इस बात की जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही है, कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता वाली इस योजना में हर तबके की बेटी को लाभान्वित किया जाने वाला है. इसके साथ-साथ इसके वास्ते आवेदन करने के लिए शासन स्तर पर भी परिवर्तन किए जा चुके हैं.

योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्ति हेतु आवेदन करने की प्रक्रिया को और भी ज्यादा सरल कर दिया गया है. इसके साथ ही जांच प्रक्रिया में भी हर स्तर पर परिवर्तन किए जा रहे हैं. इस योजना के अंतर्गत अब तक विभिन्न आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होने वाली है. एक बार में ही आवेदन पूर्ण हो जाएगा. जो कि ऑनलाइन आगे बढ़ता रहता है.

कन्या सुमंगला योजना को और करीब से जाने

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत प्रदेश की बालिकाओं को ₹15000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है. इस योजना के अंतर्गत बेटी के जन्म के समय में ही उसे ₹2000, 1 साल का टीकाकरण पूरा करने के पश्चात ₹1000 ,पहली कक्षा में दाखिला करने के पश्चात ₹2000 ,छठी कक्षा में आने के पश्चात ₹2000, नौवीं कक्षा में दाखिले के पश्चात ₹3000 ,10वीं तथा 12वीं की परीक्षा पास करने के पश्चात 2 साल के डिप्लोमा में दाखिला लेने के वास्ते ₹5000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है.इसके साथ ही आप लोगों का यह जान लेना भी बहुत ही ज्यादा जरूरी है ,कि यह सहायता धनराशि लाभार्थी बालिका के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर करी जाती है। 

जानिए कौन सी पात्रता आए हैं निर्धारित

  • आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना अति आवश्यक है.
  • परिवार की वार्षिक आय ₹300000 या फिर उससे कम की होनी चाहिए. यदि इससे अधिक की वार्षिक आय होती है. तो उसे इस योजना का लाभ प्राप्त नहीं होगा.
  • इस योजना का लाभ ज्यादातर एक परिवार की दो बेटियां ही उठा सकती है.
  • किंतु यदि किसी परिवार में अनाथ बेटी को गोद लिया जाता है. तो इस स्थिति में दो बेटियां इस योजना का लाभ तो उठाई सकती है. इसके साथ ही उस गोद ली गई बेटी को भी इसका लाभ मिलेगा. 
  • इसके साथ ही यदि महिला के जुड़वा बेटियां हैं. तो भी उन्हें भी इस योजना के तहत अलग-अलग लाभ प्रदान किया जाएगा.
  • इस विशेष परिस्थिति में परिवार की तीन बेटियों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा. 

आवेदन के वास्तविक कौन सी है आवश्यक दस्तावेज है यह भी जाने

  • राशन कार्ड
  • आय प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता पासबुक
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • यदि बेटी गोद ली हुई है तो गोद लेने का प्रमाण पत्र
  • मतदाता पहचान पत्र
  • निवासी प्रमाण पत्र
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समाज पर पड़ेगा इस योजना का सकारात्मक प्रभाव

हम यह बात माने या ना माने किंतु सत्य यही है, कि हमारे समाज में सभी लोगों की मानसिकता पितृसत्तात्मक है. ऐसे में महिलाओं के विकास हेतु बहुत ही अधिक प्रयास किया जाता है. जिससे कि उनके भी स्तर को पुरुषों के स्तर के सामान लाया जा सके. अब यह देखने को मिल रहा था, कि लोग बेटियों को जन्म लेने से पहले ही मार दिया करते थे. लेकिन इसको लेकर भी नियम कानून बनाए जा चुके हैं.

लोगों के द्वारा हमारे समाज में बेटियों के होने को बोझ माना जाता है. लेकिन इस योजना के आगमन के पश्चात उन्हें ऐसे अनुभव करने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि इस योजना के तहत बेटियों के खर्च को कम करने का प्रयास किया जा रहा है. निसंदेह रूप से हमें इस योजना की प्रशंसा करनी चाहिए.

लोगों की मानसिकता परिवर्तित हो रही है

आज के इस आर्टिकल में हम आप सभी लोगों को इस बात की स्पष्टीकरण पहले ही प्रदान कर दें कि, जहां पर बहुत ही अधिक बुरा होता है, वहां पर कुछ ना कुछ सही भी होता है .सरकार के द्वारा चलाई गई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम धीरे-धीरे ही सही लेकिन रंग ला रही है.

आपको यह जानकर बहुत ही अधिक खुशी होगी, कि अब हमारे देश में बेटियों की जन्म मृत्यु दर में कमी आई है, और यह पूरा श्रेय हमारी सरकार को जाता है. जिन्होंने बेटी बचाओ तथा बेटी पढ़ाओ की मुहिम को चलाया. इसके साथ ही लोगों में शिक्षा का भी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है. लोग इस बात को धीरे-धीरे ही सही लेकिन समझ रहे हैं, कि बेटियों तथा बेटों में अंतर नहीं होता है। 

निष्कर्ष:-

आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के साथ कन्या सुमंगला योजना के बारे में बहुत सी आवश्यक जानकारियां प्रदान की है. हमें इस बात की उम्मीद है कि हमारा यह प्रयास आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा. हमने इस आर्टिकल में सरकार के द्वारा लाई गई प्रशंसनीय योजना के विषय में सारी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करा दी है. हमारा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें यह कमेंट करके जरूर बताएं.

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