Godhan Nyay Yojana: किसानों के खाते में पहुंचे 8 करोड़ रुपए

Godhan Nyay Yojana: जैसे की हम सबको मालूम है कि भारत देश में ग्रामीण क्षेत्र तथा शहरी क्षेत्र में गरीब परिवारों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई प्रकार के लाभकारी योजनाएं केंद्र सरकार के तरफ से चलाई जा रही है जिसका लाभ उठाकर शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के किसान अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं. केंद्र सरकार दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नाबार्ड की सहायता से देश में पशुपालक किसानों को अपना खुद का रोजगार अवसर प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन, राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना जैसे बहुत तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. 

आपको बता दूं कि हर राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं के तर्ज पर ही इस प्रकार की योजनाएं चलाकर पशुपालन को बढ़ावा दे रहे हैं और किसानों को मदद करने की पूरी कोशिश की जा रही है. आपको बता दूं कि राज्यों में सबसे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए गोधन नया योजना की शुरुआत कर दी है. छत्तीसगढ़ की सरकार ने इस योजना को वर्ष 20 जुलाई 2020 को किसानों तथा पशुपालकों को लाभ देने के लिए शुरू किया था. 

गोधन न्याय योजना

आपको बता दूं कि जितने भी पशुपालन किसान है उनसे इस योजना के तहत गोबर की खरीदारी की जाती है और हर 15 दिन के अंदर गोबर खरीदारी का भुगतान कर दिया जाता है. राशि का भुगतान किसानों के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया जाता है सरकार इस योजना के तहत पशुपालक करने वाले किसानों से गोबर की खरीदारी करती है तथा इसका उपयोग वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए किया जाता है.इस लेख के माध्यम से योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी ताकि आप इसके द्वारा लाभ अर्जित कर सकें.

गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों को 8.13 करोड़ का भुगतान  

जैसे कि आप लोगों को बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले कई महीनों से गोधन न्याय  योजना के तहत पशुपालक किसानों को सहायता दिया जा रहा है. इस योजना के तहत पशुपालक किसानों के खाते में 8 करोड़ 13 लाख रुपए की राशि सरकार के तरफ से ऑनलाइन के माध्यम से ट्रांसफर कर दिया गया है. 

सूचना के मुताबिक यह राशि 16 सितंबर से 30 सितंबर तक पशुपालक ग्रामीणों किसानों भूमिहीनों से लिए गए 2.67 लाख क्विंटल गोबर के बदले में 5.34 करोड़ रुपये भुगतान, गौठान समितियों को 1.69 करोड़ और महिला समूहों को 1.11 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया. इस राशि का भुगतान का ऐलान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित किए गए वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान किया था.

छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा गोबर खरीदने के बदले में इस भुगतान के साथ-साथ गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों को अभी तक 350.54 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है और इसमें शामिल 18 करोड़ रुपए की बोनस राशि भी है. इस योजना के तहत राज्य सरकार गौठानों के माध्यम से पशुपालन किसानों से ₹2 किलो की दर से गोबर और ₹4 प्रति लीटर की दर से गोमूत्र खरीद रही है. सरकार ने अभी तक खरीदे गए गोबर के बदले में ग्रामीणों को 170 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है.गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को भी 159.41 करोड़ रुपये राशि की भुगतान कर दिया गया है.

दीपावली से पहले जारी की जाएगी किसान न्याय योजना की किस्त 

आप सबको को लेख के माध्यम से बताया गया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने गोबर खरीदने के बदले गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों के खातों में 8 करोड़ 13 लाख रुपए की धनराशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया है. अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त के साथ राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना और गोधन न्याय योजना की राशि की भुगतान 17 अक्टूबर तक किसानों को कर दिया जाएगा. 

छत्तीसगढ़ के राज्य सरकार जल्द ही दीपावली से पहले योजना के लाभार्थियों के खाते में करीब 1800 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि ऑनलाइन के माध्यम से ट्रांसफर किया जाएगा इसमें किसान, गोबर विक्रेता, भूमिहीन कृषि मजदूर आदि शामिल है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा दीपावली लोगों के लिए बहुत बड़ा त्यौहार है और दीपावली से पहले धनराशि मिलने से सभी लोग धूमधाम से दीपावली मनाएंगे.

गांवों में गौठान शुरू करने के लिए कार्य योजना बनाने को कहा 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान कहा कि गोधन नया योजना का लाभ राज्य के सभी किसानों के मिले इसके लिए सरकार ने इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक 10,624 गांवों में गौठानों के निर्माण करने की मंजूरी दे दी है, जिसमें से 3089 गौठान बनाए जा चुके हैं और लगभग 8,397 गौठानों में कार्य तेजी से चल रहा है और जल्द ही इसे भी पूरा कर दिया जाएगा.

अब मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायतों के बाद गांव में गौठान शुरू करने उसके लिए सरकारी अधिकारियों को कार्य योजना बनाने को कहा है. मुख्यमंत्री बघेल ने किसानों से पैरादान की अपील की है कि पैरा ना जलाएं. गौठानों में मवेशियों के चारे के लिए पैरा दान करें. कृषि विभाग के अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही फसलो, सरसों, अलसी, तीवरा आदि के बीच की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.

godhan nyay yojana

युवाओं को गौठानों से जोड़ने की बनानी होगी कार्य योजना 

जैसे कि छत्तीसगढ़ सरकार ने लगभग 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का शुरुआत किया है उसके बाद से ही कई गांव से मांगा रही है रूलर इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का. इसके बाद से ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि हमें जल्द से जल्दी योजना बनानी चाहिए गांव में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए हमें युवाओं को भी गौठानों से जोड़ना होगा ताकि उन्हें भी रोजगार मिल सके. 

आपको बता दूं कि गौठानों मैं प्रति गौठान 22 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है ताकि गौठानों में पहुंचने के लिए मार्ग का निर्माण, वर्किंग शेड, बिजली और पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराया जा सके. ताकि ग्रामीण के जितने भी युवा है उन्हें अपना उधम शुरू करने में आसानी होगा इससे गांव के बेरोजगार युवाओं को रोजगार की प्राप्ति होगी.

निष्कर्ष:-

इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के साथ गोधन नया योजना से संबंधित आवश्यक जानकारियों पर चर्चा करी है. अगर आप हमसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, या फिर हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं. तो आप यह कार्य कमेंट के जरिए आसानी से कर सकते, धन्यवाद!

महत्वपूर्ण पोस्ट पढ़ें:-

Important Links

Official WebsiteClick Here
EDUSD HomeClick Here

1 thought on “Godhan Nyay Yojana: किसानों के खाते में पहुंचे 8 करोड़ रुपए”

Leave a Comment