House Construction: बढ़ गया रेट ईंट, गिट्टी, सीमेंट, बालू, और सरिया का, नया भाव जाने

कंस्ट्रक्शन कार्य में संलग्न रहने वाले व्यक्ति या फिर जो लोग स्वयं का घर बनाना चाहते हैं. उनके लिए कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के घटते बढ़ते मूल्य बहुत ज्यादा मायने रखते हैं.

यदि आपका भी स्वप्ना स्वयं का घर बनाने का है तो निसंदेह रूप से आपके लिए भी यह मूल्य मायने रखते होंगे. जिस से संबंधित संपूर्ण जानकारी की प्राप्ति आपको हमारे ऐसी पोस्ट के जरिए हो जाएगी.

कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में आए परिवर्तन

कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स की यदि बात की जाए तो इनमें मुख्य रूप से ईंट, गिट्टी, सीमेंट, बालू, सरिया इत्यादि आते हैं.

इस वजह से यदि इनमें से किसी एक के मूल्यों में परिवर्तन किया जाता है तो संपूर्ण कंस्ट्रक्शन कार्य प्रभावित होता है.

भवन निर्माण सामग्रियों के भाव में एक बार पुनः से तेजी देखी जा रही है इसका असर मकानों के साथ-साथ अन्य कंस्ट्रक्शन निर्माण में भी साफ-साफ देखा जा सकता है.

आपको बता दें कि इसकी लागत लगातार बढ़ती चली जा रही है. पिछले 2 महीने में ईंट, गिट्टी, सीमेंट के भाव में 15% से लेकर के 20% तक की तेजी साफ तौर से देखी गई है.

2 महीने पहले जहां पर ईंट ₹16000 से लेकर के 18000 रुपय (1500 पीस) के मूल्य पर बेचा जा रहा था, इस समय इसका भाव ₹18000 से लेकर के ₹20000 के मध्य में जा पहुंचा है. 

अन्य मैटेरियल्स के मूल्य भी जाने

इसी प्रकार से यदि गिट्टी की कीमतों की बात की जाए तो, यह ₹9000 से लेकर के ₹9500 (110 फुट) के स्थान पर वर्तमान में ₹11000 से लेकर ₹12000 के माध्यम में बेचा जा रहा है.

सीमेंट के मूल्य 1 महीने के भीतर भीतर ही ₹20 से लेकर के ₹30 प्रति बोरी तक पड़ चुका है, जो सीमेंट ₹400 प्रति बोरी के हिसाब से बेची जा रही थी अब वह वर्तमान में ₹430 प्रति बोरी के हिसाब से बाजारों में उपलब्ध है.

फ्लाइ ऐश ईंटों के दाम बढ़े 

बिहार फ्लाइ एश ब्रिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव विकास कुमार सिंह ने इससे संबंधित जानकारी देते हुए कहा है कि, फ्लाइ एश 10 इंच ईंट ₹8.50 से लेकर ₹9.50 तक बिकती थी.

वह आज ₹9.50 से लेकर ₹10.50 प्रति ईंट की दर से बेचा जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया है की कीमत बढ़ने का मुख्य कारण फ्लाई एश एनटीपीसी से अधिसूचना के आधार पर एक निर्माण को मुफ्त में प्रदान किया जाता था.

वह आज के दिनों में दाम लेकर के उपलब्ध कराए जा रहे हैं. यही कारण है कि इसके मूल्यों में इतनी ज्यादा परिवर्तन देखी गई है आपको यदि फ्लाइ ऐश ईंटों के विषय में नहीं पता है, तो हम आपको बता दें कि यह एक प्रकार ईंट होती है.

जिनका निर्माण सामान्य मिट्टी के स्थान पर सीमेंट के द्वारा होता है. जो कि सामान्य मिट्टी की ईंटों की तुलना में बहुत ही ज्यादा मजबूत होते हैं.

सरिया और बालू के मूल्य भी जाने

सरिया तथा बालू की कीमतों में 20% तक की कमी देखी गई है, वही राहत वाली बात तो यही है कि सरिया और बालू की कीमतों में कमी से कंस्ट्रक्शन कार्यों में थोड़ी सी सहायता मिल रही है.

बालू की कीमत में ₹2000 तक की गिरावट देखी गई है. 110 फुट बालू की कीमत ₹8000 से घटकर के ₹6000 से लेकर के ₹6500 के मध्य में आ पहुंची है.

सरिया निर्माता संजय भरतिया ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है, कि इस साल अप्रैल-मई के आसपास ब्रांडेड सरिया के भाव ₹8500 प्रति क्विंटल तक जा पहुंचे थे.

उस समय सरकार ने एक्सपोर्ट खोल दिया था इसके पश्चात में एक्सपोर्ट ड्यूटी वापस ले ली गई थी. इसके परिणाम स्वरूप सरिया के भाव नीचे आना प्रारंभ हो गए थे.

अक्टूबर में सरिया की कीमत ₹7500 प्रति क्विंटल तक गिर चुकी थी. किंतु अभी यह ₹6500 प्रति क्विंटल पर आ पहुंची है.

कंस्ट्रक्शन निर्माता है परेशान

कंस्ट्रक्शन कार्य करने करने वाले लोग तथा कंस्ट्रक्शन कार्य का ठेका लेने वाले लोग पूरी तरह से चिंता ग्रस्त है. क्योंकि कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्य में लगातार उतार-चढ़ाव लगा ही रहता है.

जिस वजह से जब कांटेक्ट लिया जाता है तब मूल्य कुछ और होते हैं. वही जब निर्माण कार्य को प्रारंभ कर दिया जाता है तो मूल्य कुछ और हो जाते हैं इससे सभी कांट्रैक्टर्स को बहुत ही ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

मूल्यों में आई थी गिरावट

यदि बात कीजिए मूल्यों की तो कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में भी अभी साफ-साफ गिरावट देखी गई थी, क्योंकि अभी बरसात की समयावधि समाप्त हो चुकी है इस वजह से मूल्य में वृद्धि पुनः से हो चुकी है.

किंतु यदि बात करें बरसात के समय की तो उस समय देश के बहुत सारे क्षेत्र में भारी वर्षा हो रही थी, जिस वजह से लोगों के द्वारा निर्माण कार्य बहुत ही ज्यादा कब करवाए जा रहे थे. अब जब निर्माण कार्य ही कम होंगे तो इसके डिमांड में भी कमी आएगी.

कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स की डिमांड में कमी का अर्थ निकलता है कि इसके मूल्यों में गिरावट आएगी, यही कारण था कि कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में गिरावट देखी गई थी.

क्या आप भी संलग्न है इस कार्य में

यदि आप ही कंस्ट्रक्शन कार्यों में संलग्न रहने वाले व्यक्ति हैं तो आपको इससे संबंधित प्रत्येक जानकारी अवश्य ही प्राप्त होगी, कि किस प्रकार से कंस्ट्रक्शन कार्य को किया जाता है?

किंतु यदि आप स्वयं का घर बना रहे हैं तो आपको थोड़ी बहुत जानकारी तो प्राप्त करनी ही होगी. यदि आप स्वयं का घर बनाना चाहते हैं.

तो आपको एक विशेष बात का खास ख्याल रखना है, कि कंस्ट्रक्शन कार्य प्रारंभ करने से पूर्व आप एक प्रारूप अवश्य ही बना ले जिससे कि आपको इस बात का अंदाजा हो जाएगा, कि आप कितने रुपए तक का खर्च इस कार्य में करेंगे.

क्योंकि यदि आप कंस्ट्रक्शन कार्यों को बीच में ही रोक देते हैं, तो पुनः से प्रारंभ करने में आपको ज्यादा पैसों को खर्च करने की आवश्यकता पड़ेगी. इसके अतिरिक्त कंस्ट्रक्शन मटेरियल खराब हो जाएंगे तो उसका नुकसान अलग ही होगा.

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के समक्ष कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में आए परिवर्तन से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियां में उल्लेखित की है. हमें आशा है कि हमारा यह प्रयास आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा.

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