शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने दूध का सेवन नहीं किया होगा. दूध को सबसे ज्यादा पौष्टिक आहार की श्रेणी में रखा जाता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी बताई जाती हैं. वास्तविकता में दूध स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है भी.
बहुत सारे घरों में तो बच्चों को दूध उनके स्वास्थ्य और दिमागी विकास के लिए दिया जाता है. इसके अलावा दूध को हड्डियों की मजबूती के लिए भी लाभकारी माना जाता है.
दूध की इन्हीं सब गुणवत्ता के कारण इसका इतने बड़े स्तर पर सेवन किया जाता है. ऐसे में यदि इसके मूल्यों में हल्की सी भी उच्च नीच होती है, तो इससे प्रत्येक व्यक्ति प्रभावित हो सकता है.
दूध के मूल्य में आई परिवर्तन
प्राप्त अपडेट के मुताबिक सभी ग्राहकों के लिए एक बहुत बड़ी खबर निकल कर के सामने आ रही हैं. इस महंगाई भरे दौर में प्रत्येक वस्तु महंगी हो चुकी है, ऐसे में अमूल दूध भी महंगा हो चुका है.
इसके मूल्य में भी परिवर्तन साफ तौर से देखे जा सकता हैं. जिसके विषय में आपको संपूर्ण जानकारी इसी पोस्ट में प्राप्त हो जाएगी.
दूध एक ऐसा वस्तु है जो प्रत्येक भारतीय के घर में प्रयोग में लाया जाता है. इसके प्रयोग के विभिन्न तरीके हैं. किंतु दूध का प्रयोग सभी के द्वारा किया जाता है.
ऐसे में इसके मूल्यों में वृद्धि होना प्रत्येक के लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है. इसी कारण आज देश भर में प्रतिलीटर दूध का नया रेट लागु हुवा है.
संपूर्ण बात क्या है?
जैसे कि इस विषय में सब जानते ही हैं कि दूध हमारे देश में बहुत ही ज्यादा आवश्यक वस्तुओं में से एक है. इसके अतिरिक्त दूध का हमारी संस्कृति में भी एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है.
इसके अतिरिक्त दूध का प्रयोग मिठाई, दही, चाय तथा तरह-तरह के मिष्ठान व्यंजन इत्यादि को बनाने में किया जाता है.
जहां इस महंगाई के दौर में प्रत्येक वस्तु महंगी होती चली जा रही है, उसी प्रकार से इस महंगाई के दौर में दूध भी पीछे नहीं है दूध के मूल्य में भी वृद्धि साफ तौर से देखी जा सकती है.
ग्रामीण क्षेत्र अमूल कंपनी के लिए सहायक है
अमूल मिल्क कंपनी बहुत ज्यादा बड़ी कंपनी है. जो देश के कोने-कोने तक अपना उत्पाद पहुंचाती है, किंतु इस कंपनी का संचालन प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पाए जाने वाले जानवरों के माध्यम से किया जाता है.
जैसे कि गाय, भैंस, बकरी का दूध ही सबसे ज्यादा आवश्यक है. इन्हीं जानवरों के कारण ही अमूल जैसे कंपनी स्वयं का दूध प्राप्त कर पाती है तथा इसे संपूर्ण देश में सप्लाई कर पाती है.
कितने रुपयों कि की गई वृद्धि?
आपको हम बता दें कि इस वृद्धि से कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला है, क्योंकि यह वृद्धि केवल और केवल ₹2 प्रति लीटर के हिसाब से की गई है, जो ज्यादा प्रभावी नहीं है.
हालांकि मध्यवर्गीय परिवारों को संभवतः थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इतना खर्च का सामना आराम से किया जा सकता है. लेकिन अमूल कंपनी को इससे बहुत ही ज्यादा प्रॉफिट होगा.
क्योंकि अमूल कंपनी की सप्लाई संपूर्ण देश के कोने-कोने में होती है, ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा यदि प्रति लीटर के हिसाब से ₹2 अधिक दिए जाएंगे. तो इसके मुनाफे का अनुमान लगा सकते हैं.
अमूल दूध के मूल्य जाने
हमने आपको इस बात की जानकारी तो प्रदान कर दी की प्रति लीटर के पीछे कितने रुपयों की वृद्धि की गई है? अमूल कंपनियों के अतिरिक्त अन्य कंपनियों ने भी अपने दूध के मूल्यों में वृद्धि कर दी है.
इन कंपनियों ने किसानों के दूध की खरीददारी की कीमतों में ₹35 से लेकर के ₹40 प्रति किलो के हिसाब से वृद्धि कर दी है. जो कि यह पिछले 5 वर्षों की तुलना में 5% से भी अधिक की वृद्धि है.
मूल्यों में वृद्धि क्यों की गई?
सर्वाधिक आवश्यक प्रश्न यह भी उठता है कि भला मूल्यों में वृद्धि की ही क्यों गई है? तो हम इसकी जानकारी आपको उपलब्ध करवाते हुए यह बताना चाहेंगे कि अमूल एक ऐसी कंपनी है, जो कि संपूर्ण देश में दूध, दही, मक्खन जैसे दूध के उत्पादन की सप्लाई करती है.
लेकिन यह कंपनी दूध अपने कंपनी में ही नहीं बनाती है, अपितु इसकी आपूर्ति वह देश के ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों के पशुओं के द्वारा करती है. इन पशुओं में मुख्य रूप से गाय, भैंस, बकरी इत्यादि शामिल होते हैं.
किंतु इस महंगाई के प्रकोप के परिणाम स्वरुप पेट्रोल तथा डीजल के मूल्यों में वृद्धि आई है. इसके अतिरिक्त पशुओं को दिए जाने वाले चारों के मूल्य में भी वृद्धि आ चुकी है. जिस वजह से इसकी भरपाई करने हेतु किसानों को अब ज्यादा पैसों का भुगतान करना पड़ता है.
यही कारण है कि दूध के मूल्य में वृद्धि देखी गई है, किंतु एक मूलभूत और आवश्यक बात भी जान लेना बहुत ही ज्यादा जरूरी है कि पैकेट या फिर किसी भी अन्य प्रोडक्ट के ऊपर लिखे एमआरपी रेट से ज्यादा रुपए नहीं देने होते हैं.
एमआरपी रेट के विषय में जाने
बहुत सारे लोग जब सामान को खरीदते हैं तो उस पर एमआरपी रेट को देखते हैं, और उसके अनुसार ही पैसों का भुगतान करता है. लेकिन बहुत सारे ऐसे दुष्ट दुकानदार भी होते हैं, जो की एमआरपी रेट से ज्यादा के रेट में प्रोडक्ट को बेचते हैं.
इनके पीछे यह दुकानदार बताते हैं कि प्रोडक्ट को ठंडा रखने के लिए वह ज्यादा पैसे चार्ज कर रहे हैं, लेकिन यह कानूनी रूप से दंडनीय अपराध है.
ऐसे लोगों को कानूनी तौर से सजा भी दी जा सकती है. इस वजह से यदि कोई एमआरपी रेट से ज्यादा में आपको प्रोडक्ट को बेच रहा है, तो इसकी शिकायत करना आपका अधिकार है.
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष दूध के मूल्यों में वृद्धि के विषय में सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित की है. हमें आशा है कि हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई यह सभी जानकारियां आपको बहुत ज्यादा पसंद आई होगी.