आम व्यक्तियों के लिए घर, घर नहीं अपितु भावनाओं और सपनों का महल होता है. जिसे बनाने के लिए बहुत ही लंबे समय से पैसों की बचत करते हैं यदि आप भी ऐसे लोगों की गिनती में आते हैं.
तो फिर आप सभी के लिए आज का हमारा यह पोस्ट बहुत ही ज्यादा लाभकारी सिद्ध होने वाला है, क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम आपके समक्ष कुछ ऐसी बातों के विषय में जानकारी प्रस्तुत करने वाले हैं. जिसका आपको स्वयं का घर बनाते समय खास ख्याल रखना है.
यदि आप इन बातों का खास ख्याल रख कर अपने घर का निर्माण करते हैं, तो फिर आपको कम पैसों में बेहतर ढंग से और खूबसूरती से अपने घर को बनाने का अवसर प्राप्त होगा.
घर का मैप बनाना आवश्यक है
जब भी घर बनाने की बात आती है, तो इसमें प्रथम चरण पैसों को इकट्ठा करने का होता है. जिसके लिए लोग काफी सालों तक पैसों की बचत करते रहते हैं, इसके अतिरिक्त भी यदि पैसों की कमी होती है तो फिर ऐसी स्थिति में बैंक से लोन लिया जाता है.
इसके अलावा बहुत सारे रिश्तेदारों से भी कर्ज लिया जाता है, इतना सब करने के पश्चात कहीं जाकर के घर बनाने योग्य पैसे जमा हो पाते हैं. लेकिन यदि इन पैसों को सही ढंग से प्रयोग नहीं किया जाए तो यह व्यर्थ हो सकते हैं.
यदि आप घर बना रहे हैं तो फिर आपको घर बनाने के लगभग 1 महीने पूर्व ही एक पैक बना लेना है. जिससे आपको घर कैसा होगा इसका अनुमान हो जाएगा?
आप जिस मैप को बनाएंगे आपको उस मैप पर आर्किटेक्ट से चर्चा भी करनी चाहिए. जिससे कि आपको सलाह मशवरा भी प्राप्त हो सके घर बनाने के मार्ग में यह सर्वप्रथम आने वाला पड़ाव है.
बजट तैयार करना भी आवश्यक है
यदि आप स्वयं का घर बना रहे हैं तो फिर आपको दूसरे चरण में एक संतोष पूर्ण बजट बनाना भी आवश्यक है. जिसके परिणाम स्वरुप आपको इस बात का अनुमान हो जाएगा कि कितने रुपए तक का खर्च आपको इस कार्य हेतु करना पड़ेगा.
बजट तैयार करने का एक अन्य लाभ यह होगा कि आप फिजूलखर्ची से बचेंगे, इस प्रकार से आप के पैसों की भी बचत होगी. आप को हम बता दे की घर बनाने वालों के लिए एक बुरी खबर यह है की सरिया के दामों में बड़ी हाइक देखने को मिल रहा हैं.
बजट तैयार करने से आपको इस बात का भी अनुमान हो जाएगा कि कितने रुपए हो आपको कंस्ट्रक्शन मैटेरियल की खरीदारी हेतु खर्च करना है? कितने रुपयों को आपको मिस्त्री को देना है? और कितने रुपए आपको लेबर को दे रहे हैं?
अनुभवी मिस्त्री का चयन करें
आपको स्वयं का घर बनाते समय एक अनुभव मिस्त्री का चयन करना होगा. जिसने पहले भी बहुत सारे घरों का निर्माण करवाया होगा, यदि आप ऐसे मिस्त्री का चयन करते हैं तो आपको इससे बहुत सारे फायदे प्राप्त होंगे.
सर्वप्रथम तो अनुभवी मिस्त्री के अनुभव से आपके घर बनाते समय कोई ऐसी त्रुटि नहीं होगी, जो आपको भविष्य में पछताने का कारण देगी.
अनुभवी मिस्त्री के अनुभव से विसंगतियों से भी पूर्णता दूर रहेंगे इसके अतिरिक्त आपके काफी अच्छी खासी बचत भी हो जाएगी. वहीं यदि आप एक अनुभव रहित मिस्त्री का चयन करते हैं तो उससे आपको केवल घाटा ही होगा.
उसे किसी भी चीज का अनुभव नहीं होगा, इस प्रकार से जहां पैसे नहीं खर्च करने चाहिए वहां पर भी वह पैसे खर्च कर देगा. इसके अतिरिक्त इस बात की भी संभावनाएं काफी ज्यादा दुर्बल होगी कि आपका घर मजबूती, सुंदरता और कम पैसों के साथ बन पाएगा.
न्यूज़ पर नजर रखें
आपको न्यूज चैनल नियमित रूप से देखते रहना होगा इसके जरिए आपको इस बात का अनुमान हो पाएगा कि कौन सा समय सर्वाधिक शुभ है, जिसमें आप कंस्ट्रक्शन मेटेरियल की खरीदारी कर सकते हैं.
कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहता है. ऐसे में यदि आप न्यूज़ चैनल पर नजर रखेंगे तो फिर आपको इस बात का अनुमान हो जाएगा, कि किस समय में आपको कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स की खरीदारी करनी चाहिए.
यदि आप न्यूज़ चैनल देखने हेतु सक्षम नहीं है तो फिर अपने फोन में ही इससे जुड़ी अपडेट की प्राप्ति हेतु नोटिफिकेशन सेट कर सकते हैं.
प्लॉट का समझदारी से चयन करें
यदि आप घर बनाने के लिए प्लॉट का समझदारी पूर्वक चयन करते हैं, तो यह आपके गृह निर्माण कार्य में सहायता प्रदान करेगा. इस वजह से आपको इस बात का खास ख्याल रखना है.
प्लॉट खरीदते समय आपको प्लॉट के आकार का खास ख्याल रखना है, कि कहीं वह आड़ा तिरछा तो नहीं है. आपको चौकोर या फिर आयताकार आकार के प्लॉट का ही चयन करना है. क्योंकि यह निर्माण कार्य के लिए सर्वाधिक लाभकारी होते हैं.
इसके तहत आपको प्लॉट में उपस्थित मिट्टी के विषय के ऊपर भी ध्यान देना है. आपको देखना है कि आपके प्लॉट की मिट्टी समतल तो है ना. ऐसा नहीं होगा तो फिर आपको इसे बराबर करने में अलग से पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं.
पानी की उपलब्धता
घर बनाते समय आपको एक अन्य आवश्यक बात जिसका खास ख्याल रखना है, वह है पानी की उपलब्धता. आपको अपने प्लॉट के आसपास पानी की उपलब्धता का खास ख्याल रखना है.
जब भी कंस्ट्रक्शन कार्य होता है तो उसमें पानी की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता होती है. सीमेंट और रेत से दीवाल में ईंट जोड़ने की बात हो या फिर बीम को ढालने की, जल की आवश्यकता प्रत्येक कार्य में होती है.
आपकी निर्माण स्थल से जल की उपलब्धता थोड़ी दूर भी होती है. तो भी काम शायद काम चल जाए. लेकिन आपके कंस्ट्रक्शन कार्य के स्थान पर जल का होना अनिवार्य है.
यदि आपके कंस्ट्रक्शन कार्य के क्षेत्र के आसपास कहीं पर भी जल के स्रोत उपलब्ध नहीं है. तो फिर आपको अपना कंस्ट्रक्शन कार्य शुरू करने से पूर्व वहां पर जल के स्रोत को निर्मित करना होगा.
आप चाहें तो अपने निवास स्थल के पास ही हैंड पंप या फिर कुएं का निर्माण करवा सकते हैं. इस प्रकार से आपको कंस्ट्रक्शन कार्य में पानी की उपलब्धता भी हो जाएगी, और निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात उस जल स्रोत का प्रयोग आप भी कर सकते हैं.
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के समक्ष कंस्ट्रक्शन कार्य के समय किन बातों का खास ख्याल रखा जाए. इन का संक्षिप्त विवरण उपलब्ध करवाया है हमें आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान किए गए सभी विवरण आपके निर्माण कार्य में आपकी सहायता करेंगे.