हमारे स्वास्थ्य को बनाने हेतु दूध कितना ज्यादा आवश्यक होता है, इस बारे में तो लगभग सभी जानते ही हैं. ऐसे में जो दूध का सेवन करते हैं उनके लिए आवश्यक बातें हमारे इस पोस्ट में उपलब्ध है.
दूध एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जो कि प्रत्येक बच्चे के द्वारा रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग किया जाता है. ऐसे में इससे संबंधित कोई भी बात यदि लोगों के समक्ष आती है, तो फिर यह बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण बन जाती है.
दूध के मूल्य फिर बढ़े
आपकी जानकारी के लिए हम आप को इस बात से अवगत करवा दे, कि दूध के मूल्य में एक बार पुनः से वृद्धि हो चुकी है. इस खबर को सुनने के पश्चात दूध के नियमित प्रयोग करने वाले लोगों को थोड़ी सी असुविधा हुई है.
संपूर्ण देश मेंं दूध के मूल्य में लगातार वृद्धि के साथ ही डेरी कंपनी दाम में एक बार पुनः से वृद्धि करने की योजना बना रही है. इस साल के नवंबर महीने तक कंपनियों ने दूध का मूल्य चार बार बढ़ा दिया था.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह बताया जा रहा है, कि दूध के कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होने के परिणाम स्वरूप डेरी कंपनी ने भी पिछले 10 महीनों में दूध के मूल्य में 8 बार में लगभग 10% तक की बढ़ोतरी कर दी है.
यदि देखा जाए वैश्विक स्तर पर तो इस अवसर पर बने पाउडर के मूल्यों में सालाना आधार पर कीमतों में वृद्धि के स्थान पर गिरावट देखने को मिली है.
इसमें यह भी कहा गया है कि मवेशियों के चारें की कीमतों में वृद्धि होने के चलते दूध के मूल्य में भी बढ़ोतरी की जा सकती है. मिल्क रेट की यदि हम बात कर ही रहे है तो आप को हम बता दे की एक ऐसी पशु है.
पशु आहार के मूल्य में आई वृद्धि
पशु आहार के मूल्यों में तेज वृद्धि ने परेशानियों को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है. मक्का जो कि पशुओं के लिए एक बेहतर आहार होता है, 2022 में सालाना आधार पर इसके मूल्य पर 27.4% तथा गेहूं 31% ज्यादा हो चुके थे.
इसमें कहा गया है कि इस बात की प्रबल संभावना है, कि किसान दूध की ऊंची लागत को कीमतों में वृद्धि कर के ही भरपाई की जा सकती है. जिससे कंपनी दोबारा से मूल्य वृद्धि हेतु मजबूर हो सकती है.
पशुओं के आहार में अधिक निवेश करने के परिणाम स्वरूप है. दूध के मूल्य में दोबारा से वृद्धि की संभावनाएं जताई जा रही है.
किंतु इसको लेकर के अभी कोई खास स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं हो पाया है. लेकिन बढ़ती महंगाई के प्रकोप से ऐसा होना कोई बड़ी बात नहीं होगी.
कंपनी का मुनाफा घटा
प्राप्त रिपोर्टों में यह कहा गया है, कि कच्चे माल के अस्थिर मूल्यों ने कंपनी को दूध का दाम बढ़ाने के लिए बाध्य कर दिया है. इसके पश्चात भी कंपनियों की कमाई ज्यादा नहीं बढ़ पाई है.
आईसीआईसीआई के विश्लेषकों का यह अनुमान है, कि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में डेयरी कंपनी की लाभप्रदत, सालाना आधार पर कम ही हो पाएगी.
कंपनी यह चाहती है कि उसे किसी भी प्रकार से कोई भी घाटे का सौदा न करना पड़े. इसी वजह से वह संभवतः दूध के मूल्य पर वृद्धि कर सकती है.
कितने रुपए की होगी वृद्धि
दूध के मूल्य में संभवतः वृद्धि तो हो सकती है, किंतु यह प्रश्न भी उठता है कि आखिर इसके मूल्यों में कितने रुपए तक की वृद्धि होगी?
इसके मूल्यों से जुड़ी अभी कोई खास अपडेट तो नहीं निकल कर आ रही है. लेकिन अभी हाल फिलहाल में एक बार फिर इनके मुल्य बढ़े थे.
दूध कंपनियों ने अपने दूध के मूल्य में वृद्धि कर दी थी. इस समय में जो दूध ₹48 में बिक रहा था वह ₹2 की वृद्धि के साथ ₹50 प्रति लीटर हो चुका था.
इसके साथ ही साथ अमूल कंपनी के द्वारा जिस दूध को ₹63 प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जा रहा था, ₹1 की वृद्धि के साथ ₹64 प्रति लीटर हो चुका था.
इस वृद्धि के परिणाम स्वरुप दूध के नियमित उपयोगकर्ताओं को थोड़ी तो दिक्कतें हुई, किंतु इस महंगाई भरे दौर में यह वृद्धि ना के बराबर प्रतीत होती है.
मूल्यों में क्यों हो रही है वृद्धि?
यदि बात की जाए मूल्यों में वृद्धि की तो दूध के मूल्य में वृद्धि होने के मुख्य रूप से दो कारण बताए जा रहे हैं. सर्वप्रथम तो पशुओं को जो चारा दिया जा रहा था, उसके मूल्य में वृद्धि हो गई है जिस वजह से कंपनी को दूध ज्यादा दामों पर खरीदना पड़ रहा है.
इसके अतिरिक्त पेट्रोल और डीजल के बढ़ते मूल्य भी दूध के मूल्य में वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहे हैं. क्योंकि इसके परिणाम स्वरूप परिवहन में भी अब कंपनी को ज्यादा निवेश करना पड़ रहा है.
इन सभी वृद्धि के भरपाई हेतु कंपनी के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है, इस वजह से उन्हें अपने उत्पादों के मूल्यों में वृद्धि करनी पड़ रही है.
अमूल कंपनी ने भी की वृद्धि
जैसे ही अमूल कंपनी का नाम कोई सुनता है, तो उसके मन मस्तिष्क में केवल दूध, दही, फ्रोजन डेजर्ट, आइसक्रीम इत्यादि की छवियां ही घूमने लगती है.
क्योंकि हमारे देश में अमूल कंपनी एक बहुत ही ज्यादा प्रतिष्ठित कंपनी बन चुकी है. जिस के बने उत्पादन देश के कोने कोने पर बेचे जा रहे हैं, और लोग इन्हें बड़े ही प्रसन्नता के साथ खरीदते व प्रयोग में लाते हैं.
किंतु हमारे देश में दूध और दूध से बने उत्पादों को बनाने वाली केवल एक कंपनी अमूल ही नहीं है, और भी बहुत सारी कंपनियां है जैसे कि मदर डेयरी, सुधा इत्यादि. इन्होंने भी अपनी एक अलग पहचान बना ली है.
किंतु मूल्य के इस वृद्धि में कोई भी पीछे नहीं है, अर्थात अमूल कंपनी के साथ-साथ देश के प्रत्येक दूध की कंपनी ने अपने उत्पादों के मूल्यों में वृद्धि कर दी है, और इस वृद्धि का क्या कारण है? इसका उल्लेख हमने प्रदान कर रखा है.
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के समक्ष दूध के मूल्यों से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित कर दी है. हमें आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान की गई यह सभी जानकारी आप को लाभान्वित करने हेतु सक्षम होंगी.