उत्तर प्रदेश राज्य में निवास करने वाले दसवीं तथा बारहवीं के छात्रों के जीवन में एक अत्यंत आवश्यक दौर प्रारंभ होने वाला है. इस आवश्यक दौर को प्रारंभ होने में केवल 16 दिन ही शेष रह गए हैं.
आज इस माह का आखरी दिन है, तत्पश्चात कल से अगले माह अर्थात फरवरी महीने की शुरुआत हो जाएगी. 16 फरवरी 2023 से यूपी बोर्ड ने 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाएं प्रारंभ करने की घोषणा कर दी है.
यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 के छात्र छात्राओं के लिए आए दिन कोई ना कोई आवश्यक अपडेट निकाल कर के आयी है.
किंतु यदि आप भी इस वर्ष यूपी बोर्ड परीक्षा देने वाले हैं, तो फिर हमने नीचे में कुछ आवश्यक जानकारियां उल्लेखित की है.
दिशानिर्देश किए गए जारी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाएं 16 फरवरी 2023 से प्रारंभ की जाने वाली है.
योगी सरकार ने अभी हाल फिलहाल में ही यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 के संबंध में कुछ दिशानिर्देश को भी जारी कर दिया है.
यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 के दौरान कोई भी पुरुष परीक्षा छात्राओं की तलाश बिल्कुल भी नहीं ले सकता है.
इसके लिए सख्त नियम भी बनाए गए हैं. यदि कोई ऐसा करता हुआ पाया जाता है, तो फिर उसके खिलाफ सख्त रवैया रखा जाएगा.
सभी छात्राओं की जांच के लिए परीक्षा भवन के द्वार पर ही कुछ महिलाएं तैनात की जाएगी. जो कि उनकी तलाशी लेगी. जिससे कि होने वाली नकल को रोका जा सके.
नकल विहीन बनाई जाएगी, इस बार की परीक्षा
क्योंकि इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार की बोर्ड परीक्षाओं को नकल रहित बनाने के लिए काफी बेहतर बंदोबस्त बना रखा है.
आपको इस बात से भी अवगत करवा दें कि इस बार यदि कोई छात्र अथवा परीक्षा में नकल करते हुए या फिर नकल करने में सहायता प्रदान करते हुए पकड़ा जाता है.
तो फिर छात्रों को बर्खास्त नहीं किया जाएगा अपितु उनकी विरोध NSP लागु कर दिया जाएगा.
इसके अतिरिक्त जो भी छात्रों की इस नकल में सहायता करते हुए पाए जाते हैं, फिर वह चाहे शिक्षक हो या फिर कोई अन्य कर्मचारी हो तो उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी.
जाने दिव्यकांत शुक्ला ने क्या कहा?
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्य कांत शुक्ला के अनुसार हर परीक्षा हॉल में 2 इन्विजिलेटर का होना अनिवार्य है. जिन कक्षा में 40 से अधिक छात्र होंगे वहां पर तीन इन्विजिलेटर को तेनात किया जाएगा.
इसके अतिरिक्त शिक्षकों की ड्यूटी वरीयता के आधार पर निर्धारित की जाएगी. अर्थात जो शिक्षक अधिक योग्य होंगे तथा जिन का बैकग्राउंड अधिक अच्छा होगा, उन्हें इस कार्य का दायित्व प्रदान किया जाएगा.
किंतु एक बात का भी स्मरण रहे कि यदि किसी विषय की परीक्षा में एक कक्षा में एक बार किसी शिक्षक की इन्विजिलेटर कर दी गई. तो फिर पुनः से उसी कक्ष में उनका आ पाना थोड़ा सा दुर्लभ हो सकता है.
गाइडलाइन हो चुकी है जारी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 के संबंध में बहुत से दिशा-निर्देश को जारी कर दिया है.
यदि आप इस वर्ष यूपी बोर्ड परीक्षा देने वाले हैं, तो स्मरण रहे कि परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने पर स्टूडेंट के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जा सकती है.
इन बातों का स्मरण रखें
सभी स्टूडेंट्स को आंसर कॉपी के प्रत्येक पन्ने पर स्वयं का रोल नंबर लिखना ही होगा. इसके साथ ही साथ कॉपी का सीरियल नंबर कॉपी के ऊपर भी दर्ज करना अनिवार्य है.
यदि परीक्षा के दौरान ही परीक्षा भवन में किसी स्टूडेंट की तबीयत बिगड़ जाती है. तो फिर कक्ष निरीक्षक को तुरंत ही केंद्र व्यवस्थापक को सूचित करना होगा. तत्पश्चात संबंधित परीक्षार्थी के इलाज के लिए उसे नजदीकी अस्पताल में पहुंचा दिया जाएगा.
ड्यूटी के समय के कक्ष निरीक्षक अपने पास मोबाइल फोन, केलकुलेटर या फिर कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को नहीं रख सकते हैं.
परीक्षा के पश्चात कॉपियों की रैंडम चेकिंग की जाएगी. इससे यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 को नकल विहीन बनाने में सहायता प्रदान की जा सकेगी.
परीक्षा होगी बढ़ते हुए पैटर्न में
इस बार की बोर्ड परीक्षाएं बदले हुए पैटर्न में ली जाएगी. अर्थात सभी छात्र छात्राओं को इस बार एक अलग और नए पैटर्न में परीक्षा देनी पड़ेगी.
यूपी बोर्ड परीक्षाओं में इस बार 20 अंक के बहु वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे. जिसके जवाब सभी छात्र छात्राओं को ओएमआर शीट में प्रदान करने होंगे. संभवतः कुछ छात्र छात्राओं के लिए ओएमआर शीट एक विधि होगी. जिससे कि वह उत्तर प्रदान कर सके.
किंतु आपके जानकारी हेतु हम आप को इस बात से अवगत करवा दे की परीक्षा भवन में प्रवेश करने के पश्चात आपको कुछ समय प्रदान किए जाएंगे. जिससे कि आप संबंधित दिशा-निर्देश को पढ़ सके.
किंतु हमारा कर्तव्य है कि हम आपको पूर्व ही इससे संबंधित सटीक जानकारी प्रदान करें. जिससे कि आपको परीक्षा के समय कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े.
ओएमआर शीट का निरीक्षण शिक्षकों के द्वारा नहीं किया जाता है. अपितु उसका मूल्यांकन स्कैनिंग मशीन तथा कंप्यूटर के माध्यम से होता है.
भूल से भी ना करें यह गलतियां
यूपी बोर्ड परीक्षाओं में इस बार ओएमआर शीट में भी छात्रों को उत्तर देने होंगे. आपको हम बता दें कि ओएमआर शीट में व्हाइटनर को बिल्कुल भी यूज़ नहीं करना है. इसके अतिरिक्त आप ओएमआर शीट में कहीं खुर्च भी नहीं सकते हैं.
यदि आप ऐसा करते हैं तो संभवतः स्कैनिंग मशीन आपके ओएमआर शीट का मूल्यांकन नहीं कर पाएगी. इस प्रकार से आप के 20 अंक आपके हाथ से भी जा सकते हैं.
किंतु यदि त्रुटि संदिग्ध रही, तो फिर आप का रिजल्ट भी पेंडिंग हो सकता है. इस वजह से ओएमआर शीट में उत्तर प्रदान करते हुए आपको काफी अधिक सतर्क रहना होगा.
लेकिन एक अन्य बात का भी स्मरण रहे कि ओएमआर शीट में केवल 20 अंक के बहु वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे.
बाकी के शेष अंकों की प्राप्ति करने के लिए आपको थ्योरी क्वेश्चन के आंसर को देना होगा. स्मरण रहे कि इन सभी के अतिरिक्त आपको प्रैक्टिकल के नंबर भी प्रदान किए जाएंगे.
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष यूपी बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित काफी सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित की है, हमने यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर के जारी किए गए नए दिशा-निर्देश के विषय में भी आपको जानकारी प्रदान की है.