यदि आप सभी छात्र-छात्राएं हैं. तो आप सभी को भली-भांति पता है. की उत्तर प्रदेश में क्लास 10वीं और 12वीं की फाइनल बोर्ड एग्जाम चल रहे हैं.
और पिछले दिन छात्र-छात्राएं दुसरो की जगह में बैठकर बोर्ड एग्जाम दे रहे थे. और कुछ छात्र-छात्रा नकल कर रहे थे. तो यूपी बोर्ड सरकार ने उन छात्राओं को गिरफ्तार किया था.
अभी फिलहाल में ही ऐसा सुनने को आ रहा है. कि वे लोग बलरामपुर की रहने वाली एक महिला के कहने पर दूसरों की जगह परीक्षा देने गाजीपुर आए थे. और उन सभी के लिए फर्जी आधार कार्ड और प्रवेश पत्र उपलब्ध कराया जाता था.
UP Board 10th & 12th Exam 2023
यूपी बोर्ड सरकार ने परीक्षा शुरू होने से पहले इस बार यूपी बोर्ड लिखने जा रहे हैं सभी छात्र-छात्राओं के लिए बोल रहे थे. कि नकल करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए गैंगस्टर और रासुका के तहत करवाई की बात कही गई थी.
लेकिन यूपी बोर्ड सरकार के घोषणा के बावजूद गाजीपुर जनपद में नकल करने वाले गिरोह द्वारा धड़ल्ले से नकल कराया जा रहा है.
जनपद गाजीपुर के दुल्लहपुर गांव में रेहटी मालीपुर के 2 विद्यालयों से स्कूल प्रबंधक, मैनेजर, प्रधानाचार्य, केंद्र व्यवस्थापक और मुन्ना भाई सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन सभी गिरफ्तार लोगों में 5 महिलाएं भी शामिल हैं.
एसपी ने क्या बताया
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पता चला है. कि पुलिस और स्कॉट टीम को यूपी बोर्ड एग्जाम में नकल कर रहे हैं। विद्यार्थियों का पता मुन्ना भाई के द्वारा चला था.
इसकी जानकारी होने पर स्वाट टीम और दुल्लहपुर पुलिस ने एक दिन पूर्व दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के रेहटी मालीपुर के 2 विद्यालयों पर छापेमारी की, जहां पर बलरामपुर, बस्ती, और सिद्धार्थनगर के रहने वाले लोग नकल करते हुए पकड़े गए.
उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी ने जब इन नकल कर रहे हैं. सभी विद्यार्थियों से गहराता से पूछताछ की तो बताया कि उसमें से कुछ बी फार्मा के छात्र हैं, तो कुछ स्नातक के छात्र हैं.
फर्जी आधार-प्रवेश पत्र
एसपी ने विस्तार पूर्वक इस बात का उल्लेख किया, कि नकल कर रहे हैं विद्यार्थियों ने बताया है। कि हम लोग बलरामपुर की रहने वाली एक महिला के कहने पर दूसरों की जगह परीक्षा देने के लिए गाजीपुर आए थे.
दूसरों की जगह बैठकर एग्जाम लिख रहे थे. लेकिन उन लोगों को यह नहीं पता था. कि उन्हें किसका परीक्षा देना है. आप उन सभी के लिए परीक्षा से कुछ समय पहले फर्जी आधार कार्ड और फर्जी प्रवेश पत्र उपलब्ध कराया जाता था.
जिसके आधार पर इनको परीक्षा सेंटर पर जाकर परीक्षा देनी होती थी. इसके लिए स्कूल के प्रबंधक और प्राचार्य ने एक आधार कार्ड बनाने वाले को भी मिला लिया था. उससे मिलकर फर्जी आधार कार्ड बनवाकर परीक्षा दिलवाने का काम करते थे.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दूसरों की जगह बैठकर परीक्षा दे रहे थे. और पकड़े जाने के बाद लोगों के आधार कार्ड या प्रवेश पत्र में नाम अलग-अलग मिला है.
पकड़े गए सभी लोगों पर धारा 419, 420, 467, 468, 120बी, सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 और 35/ 42 आधार कार्ड अधिनियम 2016 थाना दुल्लहपुर में केस दर्ज किया गया है. और इन लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
निष्कर्ष
तो मेरे प्यारे दोस्तों आज के हमारे इस पोस्ट में हमने आपको उतर प्रदेश में चल रहे कुछ फर्जी आधार और प्रवेश पत्र लेकर खुल्लमखुल्ल चोरी के संबंधित बहुत सारे जरूरी बातें साझा की है. इसी के साथ हमें उम्मीद है कि, आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा।