यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के सभी छात्र छात्राओं के लिए यूपी बोर्ड विभाग के तरफ से एक नई खबर निकलकर सामने आ रही है. यदि आप भी यूपी बोर्ड के छात्र-छात्रा हैं.
और इस बार आप मैट्रिक का एग्जाम दे रहे हैं, तो आप सभी के लिए यह खबर आप सबो को काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
आप सभी को भली-भांति पता है. यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं पिछले 2 दिनों से चल रही है.
यूपी बोर्ड के अनुसार, क्लास 10वीं की प्रथम चीटिंग में दूसरों की जगह परीक्षा देने वाले भी यूपी बोर्ड के सामने कई तरह के मामले सामने आ रही हैं.
और इसी दौरान अलग-अलग जिलों से मिलाकर कुल 9 विद्यार्थियों को जो दुसरो की बोर्ड परीछा लिख दे रहे थे. उन सभी को गिरफ्तार किया गया है.
जैसे की आप सभी को पता है, कि उत्तर प्रदेश में क्लास 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं शुक्रवार 16 फरवरी 2023 से प्रारंभ हो गई है. और पहले ही दिन उत्तर प्रदेश के बोर्ड एग्जाम में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बहुत ही ज्यादा विद्यार्थी दिखाई दी.
और हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 402054 छात्र-छात्राओं ने अपनी बोर्ड परीक्षा छोड़ दी है. कहने का तात्पर्य है, कि यूपी बोर्ड परीक्षा में जो पहला विषय हिंदी के प्रथम पाली में 217702 छात्र छात्राओं ने अपनी परीक्षा छोड़ दी है.
12वीं की सामाजिक विज्ञान की परीक्षा में 487 छात्र-छात्राएं पहली पाली में अनुपस्थित रहे. यानी कि उत्तर प्रदेश के क्लास 10वीं और 12वीं की परीक्षा में कुल 2,18,189 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी.
वही क्लास बारहवीं की द्वितीय पाली में विषय हिंदी एवं सामान्य हिंदी की परीक्षा में 183865 छात्र-छात्राओं ने अपनी बोर्ड परीक्षा छोड़ दी.
दरअसल, यूपी बोर्ड के अनुसार, क्लास दसवीं की प्रथम पाली की परीक्षा में दूसरे विद्यार्थी की जगह परीक्षा देने वाली कई मामले सुनने को आए, इस दौरान अलग-अलग जिलों से मिलाकर कुल 9 विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया गया है, जो दूसरों के नाम पर बैठकर एग्जाम दे रहे थे.
इन-इन जिलों में जैसे की, गाजीपुर में 5, मथुरा में एक, जौनपुर में एक, बुलंदशहर में एक और साथ ही साथ लखनऊ में भी एक को गिरफ्तार किया गया. बोर्ड की तरफ से इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
गाजीपुर के प्रिंसिपल के खिलाफ FIR
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्य कांत शुक्ल ने जानकारी देते हुए बताया कि गाजीपुर में सूचित नंदन इंटर कॉलेज बिशनपुरा के प्रिंसिपल योगेंद्र यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है.
आज पहले दिन 11 स्टूडेंट नकल करते हुए पकड़े गए हैं. हाई स्कूल की परीक्षा में 7 बालक और 3 बालिकाएं एवं इंटरमीडिएट में एक छात्र नकल करते हुए पकड़ा गया.
और हाई स्कूल की पहली पाली में हिंदी की परीक्षा में गाजीपुर में श्री चुचितनन्दन इंटर कॉलेज बिशनपुरा के प्रिंसिपल योगेंद्र यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है.
नकल मुक्त परीक्षा कराने पर जोर
वहीं, कुछ जानकारों का मानना है कि 4 लाख छात्रों का परीक्षा छोड़ना काफी हैरानी भरा है. इतने छात्रों के परीक्षा छोड़ने के पीछे सरकार की सख्ती को माना जा रहा है.
सरकार ने नकल मुक्त परीक्षा करवाने के लिए काफी सख्ती बरती हुई है. NSA से लेकर आरोपियों की संपत्ति जब्त करने जैसे फैसले लिए गए हैं.
परीक्षा में नकल रोकने के लिए पुरे उत्तर प्रदेश में 1.43 लाख परीक्षा कक्षों मे 3 लाख वॉइस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
और इसके साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने डीवीआर राउटर डिवाइस और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था की उपलब्ध कराई है.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला के अनुसार, सभी 75 जिलों के साथ ही राज्य स्तर पर लखनऊ में सभी तकनीकी सुविधाओं से युक्त कंट्रोल रूम और मॉनिटरिंग सेंटर बनाए गए हैं.
जिनके माध्यम से 8753 केंद्रों की वेबकास्टिंग के जरिए लाइव मॉनिटरिंग कराने की व्यवस्था की उपलब्ध कराई है.
निष्कर्ष
दोस्तों हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को UP Board Exam के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। साथ ही आपको यह भी बताया की क्लास दसवीं की प्रथम पाली की परीक्षा में दूसरे विद्यार्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे. अगर आपको दी हुई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यबाद।