नई दिल्ली: सहारा समूह के निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है। निवेशकों को उनका पैसा वापस मिलना शुरू हो गया है। यह प्रक्रिया काफी समय से लंबित थी, लेकिन अब गृहमंत्री की ओर से एक बड़ा अपडेट आया है। अमित शाह ने एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि सहारा ने अब तक लगभग 2.5 लाख छोटे निवेशकों को 241 करोड़ रुपये (Sahara Refund) वापस कर दिए हैं।
अब तक कितने लोगों को मिला रिफंड?
सहारा ग्रुप द्वारा किए गए रिफंड में करीब डेढ़ करोड़ लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें से 2.5 लाख निवेशकों को 241 करोड़ रुपये का रिफंड दिया जा चुका है। यह एक बड़ी उपलब्धि है और इससे निवेशकों को राहत मिली है।
सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल की शुरुआत
पिछले साल 2023 में 4 अगस्त को अमित शाह ने सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए सहारा समूह की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं को रिफंड की पहली किश्त जारी की थी। इस पहली किश्त में 112 लाभार्थियों के बैंक खाते में 10-10 हजार रुपये की धनराशि ट्रांसफर की गई थी। यह पोर्टल 18 जुलाई, 2023 को लॉन्च किया गया था।
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कौन-कौन सी सहकारी समितियां शामिल हैं?
सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से, सहारा समूह की चार सहकारी समितियों के निवेशक अपने रिफंड के लिए दावे प्रस्तुत कर सकते थे। ये चार सहकारी समितियां हैं:
- सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी
- सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी
- हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी
- स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
29 मार्च, 2023 को, सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सहारा समूह के वास्तविक जमाकर्ताओं के वैध बकाया के भुगतान के लिए “सहारा-सेबी रिफंड खाते” से 5,000 करोड़ रुपये सीआरसीएस में ट्रांसफर किए जाने चाहिए। इस आदेश के बाद ही सहकारिता मंत्रालय ने पोर्टल विकसित किया और सरकार ने निवेशकों को पैसा वापसी प्रक्रिया शुरू कर दी।
रिफंड प्रक्रिया की गति
सरकार और सहकारिता मंत्रालय की इस पहल से सहारा के निवेशकों को काफी राहत मिली है। रिफंड प्रक्रिया तेजी से चल रही है और आने वाले समय में और भी अधिक निवेशकों को उनका पैसा वापस मिलने की उम्मीद है।
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रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
जो निवेशक अभी तक रिफंड नहीं प्राप्त कर पाए हैं, वे सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल पर जाकर अपने रिफंड के लिए दावा प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने निवेश के प्रमाण और अन्य आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
निवेशकों के लिए भविष्य की उम्मीदें
सहारा समूह की इस पहल से निवेशकों का विश्वास वापस लौट रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि भविष्य में भी ऐसी ही पारदर्शी प्रक्रियाओं के माध्यम से निवेशकों के हितों की रक्षा की जाएगी। सहारा के निवेशकों के लिए यह एक नई शुरुआत है और आने वाले समय में और भी अधिक निवेशकों को उनका पैसा वापस मिलने की उम्मीद है।
इस प्रकार, सहारा रिफंड प्रक्रिया ने निवेशकों को एक नई आशा और विश्वास प्रदान किया है। सरकार और सहारा समूह की इस संयुक्त पहल से लाखों निवेशकों को राहत मिली है और उन्हें अपने निवेश का वापस मिलना एक बड़ी उपलब्धि है।