सहारा समूह में फंसे निवेशकों के लिए राहत: सहारा समूह (Sahara India) में जिन लोगों का पैसा फंसा हुआ है, उनके लिए राहत की खबर है। बिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भरोसा दिलाया कि मोदी सरकार निवेशकों का पाई-पाई वापस करेगी। उन्होंने बताया कि इस मसले पर तेजी से काम हो रहा है।
निवेशकों के पैसे लौटाने की योजना
गया के गुरारू में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने सहारा के को-ऑपरेटिव में जितने लोगों का निवेश है, वो सारा निवेश वापस करने का निर्णय लिया है। हालांकि, को-ऑपरेटिव और कंपनी दोनों में निवेश को लेकर कुछ परेशानी हो रही है, मगर निवेशकों का पैसा लौटाने पर काम तेजी से हो रहा है। शाह ने कहा कि 10 हजार तक की लिमिट को पार करके आगे भी पेमेंट की जाएगी।
10 हजार की लिमिट को बढ़ाने का भरोसा
जुलाई 2023 में केंद्र सरकार ने एक पोर्टल लॉन्च किया था, जिसके बाद से सहारा के करोड़ों निवेशकों को फंसे पैसे वापस मिलने की उम्मीद जगी। सहारा समूह ने देश के 26 राज्यों के 2 करोड़ 76 लाख छोटे निवेशकों से लगभग 80 हजार करोड़ रुपए जमा किए थे। केंद्र सरकार ने सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ को-ऑपरेटिव सोसाइटी का पोर्टल लॉन्च किया है, जिसके तहत निवेशकों को अधिकतम 10 हजार रुपए लौटाए जा रहे हैं।
सहारा में निवेशकों का आँकड़ा
सहारा के चार प्रमुख को-ऑपरेटिव सोसाइटी में निवेशकों का पैसा फंसा है, जिनमें सहारायन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड शामिल हैं। यूपी में सहारा की इन स्कीमों में 85 लाख निवेशकों ने 22 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है।
बिहार और झारखंड में निवेशकों की स्थिति
बिहार में 55 लाख और झारखंड में 24 लाख निवेशकों का पैसा सहारा में फंसा हुआ है। 2017-18 से निवेशकों को रिटर्न मिलना बंद हो गया, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
सरकार का कदम और चुनावी फायदा
पोर्टल लॉन्च करने के समय माना गया था कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार का यह कदम मिडिल क्लास के उन वोटरों को जोड़ सकेगा, जिन्होंने सहारा के को-ऑपरेटिवों में निवेश किया है।
निवेशकों के लिए भविष्य की योजना
अमित शाह ने कहा कि सरकार का उद्देश्य सभी निवेशकों का पैसा वापस करना है। एक बार 10 हजार तक की पेमेंट सुचारू रूप से हो जाए, तो आगे की पेमेंट की भी शुरुआत हो जाएगी। मोदी जी ने कहा है कि 12 लाख करोड़ रुपए जो घर में डाला है, पाई-पाई जो गरीबों की लूटकर गए हैं, वो वापस देना पड़ेगा।
निष्कर्ष
सहारा समूह में फंसे निवेशकों के लिए सरकार की यह पहल राहत भरी है। अमित शाह के आश्वासन और केंद्र सरकार की योजनाओं से निवेशकों को उम्मीद है कि उनका पैसा वापस मिलेगा। हालांकि, यह देखना बाकी है कि यह प्रक्रिया कितनी तेजी से और सुचारू रूप से पूरी होती है।